उत्तराखंड

आचार संहिता की शिकायत लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिली कांग्रेस, सीएम धामी का नामांकन निरस्त करने की मांग

देहरादून। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चम्पावत उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नामांकन निरस्त करने की मांग की है। पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सचिवालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री पर नामांकन के दौरान भाजपा के चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर आपत्ति की और इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया। उधर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस प्रकरण के परीक्षण के लिए चम्पावत के जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में पार्टी ने कहा कि चम्पावत उपचुनाव में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री धामी भाजपा के चुनाव चिह्न वाला अंगवस्त्र धारण किए थे। भाजपा प्रत्याशी होने के नाते मुख्यमंत्री ने पार्टी के चुनाव निशान वाला पटका पहनकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है। ज्ञापन में कहा गया कि मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी और रिटर्निंग आफिसर ने इसका संज्ञान नहीं लिया है। यह विधानसभा उपचुनाव की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता पर प्रश्न चिह्न है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री का नामांकन निरस्त किया जाना चाहिए। साथ में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस को स्थिति का पूर्वानुमान, नामांकन में खुली कलई
भाजपा ने चम्पावत उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कभी सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप तो कभी चुनाव में धांधली की आशंका जताकर कांग्रेस नेता अपनी पार्टी में चल रही गुटबाजी से भी ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल आरोप-प्रत्यारोप से काम चला रही कांग्रेस धरातल से कोसों दूर है। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से कांग्रेस उबर नहीं पाई और उसमें भगदड़ जैसी स्थिति है। कांग्रेस नेता या तो पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं अथवा कोप भवन में चले गए हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता ने धामी सरकार के विकास कार्यों पर मुहर लगाई है और चम्पावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऐतिहासिक जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। चम्पावत की जनता उत्साहित है कि वह केवल एक विधायक नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री को वोट करेगी।

मंत्रिमंडल के निर्णयों पर भी कांग्रेस ने दागे सवाल
प्रदेश के अंत्योदय राशनकार्डधारकों को तीन रसोई गैस सिलिंडर निशुल्क देने समेत मंत्रिमंडल के निर्णयों पर कांग्रेस ने सवाल दागे हैं। पार्टी ने सरकार पर चम्पावत उपचुनाव की आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि चम्पावत उपचुनाव प्रक्रिया के दौरान सरकार का निर्णय चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। कहा चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में गरीबों को प्रति वर्ष तीन सिलिंडर निशुल्क देने का वायदा किया था, लेकिन अब सिर्फ अंत्योदय परिवारों को ही तीन सिलिंडर निशुल्क दिए जा रहे हैं। बीपीएल श्रेणी के सभी उपभोक्ताओं को यह सुविधा दी जानी चाहिए।

सरकार का निर्णय आचार संहिता का है उल्लंघन
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव फरवरी में हुए थे। मार्च में नई सरकार का गठन हो गया था, लेकिन दो महीने तक सरकार ने आम उपभोक्ता को महंगाई से राहत देने को कोई कदम नहीं उठाया। अब अंत्योदय परिवारों को लेकर सरकार का निर्णय आचार संहिता का उल्लंघन है।

इस पर कांग्रेस चुनाव आयोग में करेगी शिकायत
कांग्रेस इसके विरोध में चुनाव आयोग में शिकायत करेगी। प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने कहा कि मंत्रिमंडल के निर्णय चम्पावत उपचुनाव को देखते हुए लिए गए हैं। सरकार और सत्तारूढ़ दल आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रही है। कांग्रेस विरोध दर्ज कराएगी।

चम्पावत के डीएम व एडीएम का तबादला हो रद
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने आरोप लगाया कि चम्पावत जिले में जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी के रूप में सरकार ने चहेते अधिकारियों की तैनाती की है। कांग्रेस को इस पर सख्त आपत्ति है। उन्होंने जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी का स्थानांतरण तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की।

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