उत्तराखंड: ऋषिगंगा के ऊपर बनी कृत्रिम झील का निरीक्षण करेगी रिसर्चरों की टीम
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उत्तराखंड के चमोली में बचाव कार्य के लिये पहुंचे आईटीबीपी के जवान. फाइल फोटो
Uttarakhand Chamoli Glacier Burst: रैणी ग्राम पंचायत के आसपास के क्षेत्र में सड़कें हाल ही में आई बाढ़ में बह गई हैं और विशाल इलाका दलदल में तब्दील हो गया है.
चूंकि रैणी ग्राम पंचायत के आसपास के क्षेत्र में सड़कें हाल ही में आई बाढ़ में बह गई हैं और विशाल इलाका दलदल में तब्दील हो गया है, इसलिए टीम के सदस्यों की झील तक की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाया गया है. टीम के साथ नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग का एक पर्वतारोही दल और एसडीआरएफ के जवान भी हैं. यूएसएसी के निदेशक बिष्ट ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हम हिमस्खलन के कारण राउथी धारा से भारी मात्रा में आई गाद से ऋषिगंगा के ऊपर बनी झील का निरीक्षण करेंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम शाम तक उड़ियारी पहुंचने की उम्मीद करते हैं, जो झील के ऊपर स्थित है. रविवार तक, झील का निरीक्षण करने और इसकी भौगोलिक माप लेने के लिए हम झील तक पहुंच सकते हैं. ऋषिगंगा के नीचे की ओर रहने वाली आबादी के लिए झील कितना बड़ा खतरा पैदा कर सकती है, यह केवल इस बात से पता किया जा सकता है कि इसमें कितना पानी है.’’
उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के सोनोग्राफिक उपकरणों का उपयोग यह पता लगाने के लिए किया जा रहा है कि झील में कितना पानी है. बिष्ट ने कहा कि हैदराबाद के सोनोग्राफी विशेषज्ञों द्वारा भी झील में पानी की मात्रा का पता लगाये जाने की उम्मीद है.बिष्ट ने कहा कि उनकी टीम डीआरडीओ टीम के निष्कर्षों को भी अपने विश्लेषण में शामिल करेगी, जिसने झील का दौरा किया था.
(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे News18Hindi टीम ने संपादित नहीं किया है.)
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