उत्तराखंड: गार्ड ऑफ ऑनर विवाद पर मदन कौशिक की सफाई, लंबे समय तक था मंत्री, नहीं रहा ख्याल
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गार्ड ऑफ ऑनर विवाद पर मदन कौशिक का बड़ा बयान. (File)
Uttarakhand News: विवाद पर बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यत्र मदन कौशिक का कहना है कि गलती से ले लिया गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honor). लंबे समय तक मिनिस्टर रहा था इसलिए नहीं रहा ख्याल.
इस पूरे मसले पर बीजेपी प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि मदन कौशिक पिछले कई वर्षों से मंत्री रहे हैं. पुलिस ने भूल के कारण गार्ड ऑफ ऑनर दे दिया है. इसमें कोई राजनीति का विषय ही नहीं है, गलती किसी से भी हो सकती है. तो वहीं उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि भाजपा सत्ता का पूरी तरह से दुरुपयोग कर रही है. राज्यभर के अधिकारी भाजपा के दबाव में हैं जो इस तरह नियम कानूनों को ताक में रख रहे हैं. सभी पार्टियों के अध्यक्षों को भी गार्ड ऑफ ऑनर मिलना चाहिए.
विपक्ष ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री के बयानों का असर पुलिस पर भी हो रहा है. असल में मोहनिया बीते दिनों सुर्खियों में आए सीएम तीरथ रावत के बयानों की ओर इशारा कर रहे थे. सीएम के बयान उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चाओं में हैं. पहले सीएम तीरथ रावत ने पीएम नरेन्द्र मोदी की तुलना भगवान राम से की थी. इस बयान से उठा तूफान थमा भी नही था कि फटी जींस पर दिए बयान ने तो लोगों को सड़कों पर उतार दिया. महिला संगठन जहां सीएम के बयान को महिला विरोधी करार दे रहे थे, तो विपक्षी दलों ने सीएम की मानसिकता को महिला विरोधी करार दे डाला. सीएम रावत के विवादित बयानों का ये सिलसिला रामनगर में भी जारी रहा, जहां उन्होंने भारत को अमेरिका का गुलाम बताने के साथ ही लोगों को 20 बच्चे पैदा करने की हिदायद भी दे डाली.ये भी पढ़ें: हाथरस कांड के वकील और गवाहों को धमकाने का आरोप, HC ने दिखाई सख्ती, जांच का आदेश
कांग्रेस के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता एमडी जोशी का कहना है कि जब प्रदेश के मुखिया ही बेतूकी बयानबाजी किए जा रहे हो तो उनके मातहतों पर भी इसका असर होगा ही. शायद यही वजह है कि बागेश्वर पुलिस ये भी भूल गई कि किसे गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाना है किसे नहीं. यही नहीं जोशी इसके लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भी जिम्मेदार ठहरा रहे है. जोशी का कहना है कि पुलिस ने तो भारी भूल की ही है, लेकिन उत्तराखंड सरकार में कई विभागों के मंत्री रह चुके मदन कौशिक को तो ये जानकारी होनी ही चाहिए कि वे अब गॉर्ड ऑफ ऑनर लेने की हकदार नहीं हैं.
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