उत्तराखंड: जानें बजट सत्र के दूसरे दिन नेताओं ने किन-किन मुद्दों को उठाया, विपक्ष ने क्यों किया वॉक आउट?
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इसके बाद शून्यकाल और शून्यकाल के बाद नियम-58 के तहत महंगाई को लेकर चर्चा शुरू हुई.
डॉ. इंदिरा हृदयेश (Dr. Indira Hridayesh) ने महंगाई पर चर्चा की मांग की. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों प्रस्तावों को नियम-58 में चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया.
इसी तरह विधायक देशराज कर्णवाल, विनोद चमोली, संजय गुप्ता भरत चौधरी, संजीव आर्य ने भी सवाल किए. तो विधायक काजी निजामुददीन ने केदारनाथ, चमोली आपदा का जिक्र करते हुए उत्तराखंड के लिए अलग पर्यावरण नीति बनाने की मांग की. इस पर सरकार की ओर से पर्यावरण मंत्री हरक सिंह ने कहा कि सरकार सभी 13 जिलों से डेटा कलेक्ट करने के बाद अप्रैल तक एक नई पर्यावरण नीति लाएगी.
वॉक आउट कर दिया
इसके बाद शून्यकाल और शून्यकाल के बाद नियम-58 के तहत महंगाई को लेकर चर्चा शुरू हुई. कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष समेत प्रीतम सिंह और गोविंद सिंह कुंजवाल ने बात रखी. नेता प्रतिपक्ष ने पाकिस्तान समेत तमाम देशों का जिक्र करते हुए कहा कि कच्चे तेल के दाम कम होने के बावजूद सरकार पेट्रोल डीजल की कीमतों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. जवाब में संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की पाकिस्तान के बिना कोई बात ही नहीं होती. इस पर हंगामा इतना बड़ा कि भोजनावकाश से कुछ पहले कांग्रेस ने सदन का वॉक आउट कर दिया. फर्स्ट हॉफ में पांच आयोगों और निगमों की वार्षिक प्रतिवेदन रिपोर्ट भी सदन के पटल पर रखी गई, तो राजभवन की मंजूरी के साथ आए 12 विधेयकों की कानून बनने की जानकारी सदन को दी गई. दो विधेयक टेबिल भी किए गए. वहीं, सेकिंड हाफ में सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया.
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