कहां ग्रामीण बजा रहे हैं ताली और बाल्टी और क्यों? वजह जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
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नैनीताल में कम बारिश ने इस बार मार्च में ही पेयजल के लिए हाहाकार मचा दिया है.
Uttarakhand News: पंगूट की प्रधान भगवती देवी कहती हैं कि पानी की कमी तो है लेकिन उनके पानी पर पंगूट के लोगों ने ताला लगा दिया है. भगवती कहती हैं कि शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
पानी पर ताला…
जिला मुख्यालय के पास बगड़ के ग्रामीण ताली और बाल्टी बजाकर पानी की मांग कर रहे हैं. पिछले एक हफ्ते से गांव में पानी की किल्लत से ग्रामीण परेशान हैं. गांव तक आने वाले पानी पर रसूखदार पंगूट के होटल मालिक ने ताला लगा दिया है. पानी सिर्फ पंगूट में होटलों तक पहुंचे पाइप को भी मोडिफाई कर गांव के पानी को रोका गया है, तो ग्रामीण पूरे दिन एक बाल्टी पानी के लिये जद्दोजहद कर रहे हैं. नलों से पानी ना टपकने से बने सूखे जैसे हालात के बाद गांव के लोग दूर दराज से पानी लाने को मजबूर हैं, तो कई बार गंदा पानी ही घर ले जा रहे हैं.
पंगूट की प्रधान भगवती देवी कहती हैं कि पानी की कमी तो है लेकिन उनके पानी पर पंगूट के लोगों ने ताला लगा दिया है. भगवती कहती हैं कि शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. वहीं गांव के दीपक मेहरा और प्रेमा कहती है कि पूरा दिन पानी के लिये निकल जाता है, जिससे वो खेतीबाड़ी का काम भी नहीं कर पा रहे हैं. अब गांव के लोग पलायन के लिए मजबूर हैं. वहीं गांव की शीला कहती हैं कि चुनाव में वोट मांगने नेता आते हैं लेकिन गांव की समस्याओं से दूर हो जाते हैं ऐसे में इन नेताओं का बहिष्कार करना होगा.पूरे जिले की हालत भी खराब…
हालत सिर्फ महरोड़ा सौड़ का ही नहीं बल्कि पूरे जिले में कुछ ऐसे ही हालत हैं. जिले के पहाड़ी हिस्से में 260 योजनाओं में आधे से ज्यादा में पानी सूख गया है तो भीमताल भवाली और नैनीताल नगर में भी पानी का संकट है. इन इलाकों में 422 हैंड़पम्पों की हालत भी खराब है, जिससे संकट और गहराने लगा है. वहीं डीएम नैनीताल धीराज गर्ब्याल ने कहा कि 144 से ज्यादा जल स्रोतों पर सीधा असर पड़ा है जो सूख रहे हैं डीएम ने कहा कि अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि हर गांव तक पीने के पानी की व्यवस्था बनाई जाए और 50 टैंकर और घोड़े खच्चरों से पानी गांव तक पहुंचाया जाए जिससे दिक्कतों को कम किया जा सके.
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