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उत्तराखंड: सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा, 30 मार्च तक नामांकन, 17 अप्रैल को मतदान

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उत्तराखंड: सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा, 30 मार्च तक नामांकन, 17 अप्रैल को मतदान.

उत्तराखंड: सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा, 30 मार्च तक नामांकन, 17 अप्रैल को मतदान.

सल्ट विधानसभा में उपचुनाव का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग ने मंगलवार को उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी. प्रत्याशियों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए 30 मार्च तक का समय दिया गया है. जबकि तीन अप्रैल तक नाम वापस लिए जाएंगे. 17 अप्रैल को मतदान होगा.

देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) में बीजेपी (BJP) विधायक सुरेंद्र सिंह जीना (Surendra Singh Jeena) के निधन के बाद खाली सल्ट विधानसभा सीट पर सियासी सरगर्मी शुरू हो गई है. सल्ट विधानसभा में उपचुनाव का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग ने मंगलवार को उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी. प्रत्याशियों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए 30 मार्च तक का समय दिया गया है. जबकि तीन अप्रैल तक नाम वापस लिए जाएंगे. 17 अप्रैल को मतदान होगा और दो मई को मतगणना होगी.

सल्ट उपचुनाव में 90 हजार से ज्यादा मतदाता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. साल 2017 के समय यहां कुल मतदाताओं की संख्या 95 हजार 735 थी. जिसमें 48 हजार 748 पुरुष और 46 हजार 987 महिला मतदाता शामिल थे. लेकिन इन मतदाताओं में से महज 44044 मतदाता ही मतदान के लिए आए थे. जिसमें से बीजेपी कैंडिडेट सुरेंद्र सिंह जीना को 21 हजार 581 और कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली को 18 हजार 677 वोट मिले थे. इस तरह सुरेंद्र सिंह जीना ने गीता पंचोली को 2904 मतों से हराया था. यानी इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर रही थी.

सुरेंद्र जीना की मृत्यु से खाली हुई थी सीट

ससुरेंद्र सिंह जीना साल 2007, 2012, और 2017 में लगातार तीन बार सल्ट विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे, लेकिन सितंबर 2020 में पत्नी की मौत के सदमे से बुरी तरह टूट चुके सुरेंद्र जीना खुद भी बाद में कोरोना की चपेट में आ गए. जिसके कारण नवंबर 2020 में उनकी मृत्यु हो गई. विधायक जीना की मृत्यु से उनकी ये सीट खाली पड़ी हुई थी.बीजेपी में टिकट लेकर माथापच्ची

उपचुनाव की अधिसूचना लागू होते ही बीजेपी में भी प्रत्याशी को लेकर माथापच्ची जारी है. हालांकि इस दौड़ में स्व. विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के बड़े भाई महेश नेगी का नाम आगे है. साथ ही डॉ. यशपाल रावत का नाम भी चर्चा में है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायक के निधन से उपजी संवेदनाओं को देखते हुए बीजेपी सुरेंद्र जीना के बड़े भाई पर ही दांव खेल सकती है.

कांग्रेस में चरम पर गुटबाजी

विपक्षी कांग्रेस में टिकट को लेकर काफी गुणा-गणित चल रहा है. साल 2017 में स्व. सुरेंद्र सिंह जीना के खिलाफ सल्ट से चुनाव लड़ चुकीं गंगा पंचोली यहां से टिकट की प्रबल दावेदार हैं. जबकि कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत रावत के बेटे और सल्ट के ब्लॉक प्रमुख विक्रम रावत भी खुद को टिकट का दावेदार करार दे रहे हैं. साथ ही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शंबू सिंह भी खुद की दावेदारी जता रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक गंगा पंचोली को जहां कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पसंद बताया जा रहा , वहीं विक्रम रावत के लिए नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह लॉबिंग कर रहे हैं. जबकि शंबू सिंह पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव से मिल अपनी दावेदारी जता चुके हैं.






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