उत्तराखंड

हरिद्वार : कुंभ मेला क्षेत्र में नहीं लगेंगे टेंट, बैरागी अखाड़ों ने की प्लाट आवंटित करने की मांग

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगतगुरु रामानंदाचार्य, स्वामी अयोध्याचार्य ने कहा कि अगर अखाड़ा परिषद की बैठक बैरागी कैंप में होगी, तो ही बैरागी अखाड़े उसमें शामिल होंगे.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगतगुरु रामानंदाचार्य, स्वामी अयोध्याचार्य ने कहा कि अगर अखाड़ा परिषद की बैठक बैरागी कैंप में होगी, तो ही बैरागी अखाड़े उसमें शामिल होंगे.

अभी तक कुंभ मेले में तीनों ही अखाड़े बैरागी कैंप में टेंट और तंबू लगाकर रहते थे. आज बैरागी अखाड़ों ने मेला प्रशासन से बैरागियों की छावनी के लिए प्लाट आवंटन करने की मांग की है.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    February 21, 2021, 7:13 PM IST

पुलकित शुक्ला

हरिद्वार. हरिद्वार (Haridwar) में 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहे कुंभ मेले (Kumbh Mela) में इस बार टेंट और तंबू नहीं लगेंगे. मेला प्रशासन ने कोविड 19 (Covid 19) की गाइडलाइन (Guideline) को देखते हुए यह कदम उठाया है. अखाड़े अपनी छावनी से ही कुंभ मेले के स्नान करेंगे. इस स्थिति में बैरागी सम्प्रदाय के तीनों अखाड़ों के सामने संकट खड़ा हो गया है. क्योंकि अभी तक कुंभ मेले में तीनों ही अखाड़े कुंभ मेला क्षेत्र में बैरागी कैंप में टेंट और तंबू लगाकर रहते थे. आज बैरागी अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने प्रेस वार्ता कर मेला प्रशासन से बैरागियों की छावनी के लिए प्लाट आवंटन करने की मांग की है.

श्री दिगंबर अणि अखाड़े के मेला प्रभारी बाबा हठयोगी ने कहा कि बैरागी कैंप तीनों बैरागी अखाड़ों की छावनी है और हमेशा से यह हमारा पड़ाव होता रहा है. अगर मेला प्रशासन टेंट और तंबू नहीं लगने दे रहा है, तो प्रशासन हमें टीन लगाने के लिए ही प्लाटों का आवंटन करें. उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को माघ मेले की समाप्ति के बाद हमारे खालसे यहां पर आ जाएंगे. ऐसे में मेला प्रशासन के सामने उन्हें ठहराने की बड़ी चुनौती खड़ी हो जाएगी. इसलिए मेला प्रशासन हमें जल्द से जल्द प्लाट आवंटन करें. उन्होंने मेला प्रशासन पर बैरागी अखाड़ा की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया.

बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगतगुरु रामानंदाचार्य, स्वामी अयोध्याचार्य ने कहा कि अगर अखाड़ा परिषद की बैठक बैरागी कैंप में होगी, तो ही बैरागी अखाड़े उसमें शामिल होंगे. अन्य किसी अखाड़े में हुई बैठक में वे शामिल नहीं होंगे. उन्होंने भी जल्द से जल्द बैरागी अखाड़ों के लिए प्लाट आवंटन करने की मांग की है.






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