उत्तराखंडः बड़ी राहत… हल्द्वानी के 3 प्राइवेट हॉस्पिटल भी कर सकेंगे कोरोना का इलाज
सरकार के 3 प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज को मंजूरी देने से सुशीला तिवारी अस्पताल पर मरीजों का बोझ कम होगा।
हल्द्वानी के तीन प्राइवेट अस्पतालों में भी अब कोरोना का इलाज हो सकेगा। इससे मरीज़ों को काफ़ी राहत मिलने की उम्मीद है। अभी तक केवल मेडिकल कॉलेज के सुशीला तिवारी अस्पताल में ही मरीजों का इलाज होता था। अब सरकार ने अब तीन प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज को मंजूरी दे दी है जिससे सुशीला तिवारी अस्पताल पर मरीजों का बोझ कम होगा। हल्द्वानी के जिन तीन प्राइवेट अस्पतालों में इलाज मिल सकेगा, वे हैं- सेंट्रर हॉस्पिटल, बृजलाल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर और कृष्णा हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर।
रोज़ ऑनलाइन देनी होगी जानकारी
नैनीताल के डीएम सविन बंसल ने कुछ दिन पहले शासन को पत्र लिखकर मांग की थी कि ज़िले में कोरोना के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों को भी अनुमति दी जाए ताकि प्राइवेट में इलाज कराने के इच्छुक मरीजों को राहत मिल सके। इसके बाद मंगलवार को शासन ने यह निर्णय लिया है।
डीएम के मुताबिक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने हल्द्वानी के सेंट्रल हॉस्पिटल, बृजलाल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर और कृष्णा हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को समर्पित कोविड स्वास्थ्य केन्द्र (डीसीएचसी) कैटेगरी में शर्तों के साथ चिन्हित कर लिया गया है।डीएम ने बताया कि चिन्हित तीनों अस्पतालों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार की सूचनाओं को covid19।nhp।gov।in पोर्टल और कोविड फैसिलिटी एप पर अपलोड करने के लिए लॉगइन आईडी क्रेडेंशियल और सम्बन्धित मोबाइल नंबर, पासवर्ड उपलब्ध करा दिए गए हैं। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर भागीरथी जोशी को निर्देश दिए हैं कि वह डीसीएचसी में चिन्हित चिकित्सालयों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार की सूचनाएं नियमित रूप से पोर्टल एवं एप पर अपलोड कराई जाएं ताकि मरीजो का आंकड़े और स्थिति के बारे में सही आकलन हो सके।
47,000 के पार पहुंचे कोरोना के मामले
राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार तक राज्य में कुल 47995 कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं जिसमें से 591 मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि इसमें से 38059 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 9122 मरीज अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं। नैनीताल ज़िले में मरीज़ों की संख्या 5796 है।