उत्तराखंड

करंट लगने से 30 साल के युवक की मौत, CM त्रिवेंद्र रावत ने 5 बिजली कर्मचारियों पर की कार्रवाई

30 साल के साइकिल सवार पर हाईटेंशन तार टूटकर गिर गई थी। हादसे में युवक बुरी तरह जल गया था।

हल्द्वानी। 25 सितंबर को हल्द्वानी में साइकिल सवार की करंट से मौत के मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सख्त कार्रवाई की है। सीएम ने शुरुआती जांच में दोषी पाए गए पांच कर्मचारियों  के खिलाफ कार्रवाई की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसडीओ, एई, जेई, लाइनमेन को सस्पेंड कर दिया है, जबकि एसएसओ को नौकरी से निकाल दिया गया है। दरअसल, हल्द्वानी से शुक्रवार सुबह एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें करंट लगने से 30 साल के युवक की मौत हो गई। घटना नैनीताल रोड पर बृजलाल अस्पताल के पास की है जहां से गुजर रहे एक साइकिल सवार पर बिजली की हाइटेंशन लाइन का तार टूट कर गिर पड़ा। इससे युवक बुरी तरह झुलसने लगा और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ।

ऐसे हुई दुर्घटना 

दमुवाढूंगा निवासी कमल रावत शहर के एक क्लीनिक में हेल्पर था। शुक्रवार सुबह वह घर से ड्यूटी के लिए निकला। इसी दौरान बृजलाल अस्पताल के करीब 11 हजार वोल्ट की बिजली की लाइन से एक तार टूटकर कमल के ऊपर गिर पड़ी। हादसे में कमल की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के पीछे बिजली विभाग की लापरवाही मानी जा रही है। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि काठगोदाम थाना पुलिस घटना की जांच में जुटी है।

सीएम ने दिए थे जांच के आदेश 
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटना की जांच के आदेश दिए थे। यूपीसीएल के एमडी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मुख्य अभियंता (वि) रुद्रपुर क्षेत्र की जांच रिपोर्ट के गहन अवलोकन के बाद इस मामले में प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्रवाई की गई है। इनमें एसडीओ विद्युत वितरण उपखंड (प्रथम) सुभाषनगर हल्द्वानी नीरज चंद्र पांडे, सहायक अभियंता (मापक) विद्युत परीक्षण शाला हल्द्वानी रोहिताषु पांडे, अवर अभियंता मो।शकेब, टीजी -1 लाइन चांद मोहम्मद और लाइनमैन नंदन सिंह भंडारी को निलंबित किया गया है। नीरज पांडे और रोहिताषु पांडे को मुख्य अभियंता (वितरण), हल्द्वानी क्षेत्र, व अन्य तीनों कार्मिकों को कार्यालय अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल उपाकालि हल्द्वानी से संबद्ध किया गया है जिससे अभिलेखों में छेड़छाड़ व जांच को प्रभावित न किया जा सके। उपनल से भर्ती एसएसओ को सेवा से ही हटा दिया गया है।

परिवार में मचा कोहराम 
राह चलते कमल की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कमल परिवार में अकेले कमाने वाले शख्स थे। उनकी मौत से घर मे माता- पिता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। कमल के दो बच्चे हैं। एक बच्चा क्लास फर्स्ट में पढ़ता है, जबकि एक महीने पहले ही उसकी बेटी हुई थी। परिवार की आर्थिक हालात ऐसे है कि कमल के अंतिम संस्कार के लिए तक परिजनों के पास पैसे नहीं थे।

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