मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सांय शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड- 19 से बचाव के लिये की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
प्रेस नोट-03(07/96)
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सांय शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड- 19 से बचाव के लिये की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से जनपदवार व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने जनपदों के अस्पतालों में ऑक्सीजन, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड तथा बच्चों के लिये पृथक से ऑक्सीजन व आईसीयू बेडों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। सभी जिलाधिकारी 31 जुलाई तक इससे सम्बन्धित व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि जहां भी इसके लिये चिकित्सकों अथवा अपेक्षित धनराशि की जरूरत होगी उसकी व्यवस्था की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कोविड से बचाव में टेस्टिंग तथा टीकाकरण दोनो ही बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं। पिछले कुछ समय में कोविड संक्रमण के मामलों में कमी आई है, परंतु अभी भी पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी जिला अस्पतालों, सीएससी, पीएससी में पर्याप्त ऑक्सीजन, आक्सीजन बेड, आईसीयू, वेंटिलेटर तथा बच्चों के अलग से वार्ड बनाये जाने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एमएच हास्पिटलों में कोविड से सम्बन्धित उपचार के लिये अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था तथा वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिये वे रक्षा मंत्री एवं गृह मंत्री से भी बात करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी जिलाधिकारी जनपद के सभी अस्पतालों में की जाने वाली व्यवस्थाओं का आंकलन भी करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर एक ही अस्पताल पर दबाव न पड़े। उन्होंने इस सम्बन्ध में जन जागरूकता के प्रसार पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत पर्यटन से जूङे लोगों, व्यवसायियों के लिये 200 करोड़ के पैकेज की व्यवस्था की गई है। जो सीधे उनके खातों में जमा की जायेगी।
मुख्य सचिव डॉ एसएस सन्धु ने जिलाधिकारियों से कोविड-19 की थर्ड वेव की चुनौती का सामना करने के लिये तैयारी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे हम प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में भी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद इन व्यवस्थाओं का कैसे बेहतर उपयोग हो सके, इस पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने सभी विभागों से समन्वय कर समस्याओं का बेहतर ढंग से समाधान करने की भी अपेक्षा की।
सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी द्वारा कोविड-19 के बचाव के सम्बन्ध में राज्य स्तर पर की गई गई व्यवस्थाओं का प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस अवसर पर सभी जिलाधिकारियों द्वारा उनके स्तर पर की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव डॉ पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ रणजीत सिन्हा तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।