उत्तराखंड

Haridwar : यूट्यूब वीडियो से सीखकर छापते थे नकली नोट, 3 लोग चढ़ गए पुलिस के हत्थे

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नकली नोट छापने वाले गिरोह के 3 लोग पुलिस के हत्थे चढ़े.

नकली नोट छापने वाले गिरोह के 3 लोग पुलिस के हत्थे चढ़े.

भगवानपुर पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों ने बताया कि वे यूट्यूब वीडियो से सीखकर नकली नोटों की छपाई करते थे.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    February 7, 2021, 8:43 PM IST

रुड़की. भगवानपुर पुलिस (Bhagwanpur police) ने नकली नोट (fake currency) छापने वाले गिरोह का खुलासा किया है. सटीक सूचना के बाद पुलिस ने गिरोह के 3 बदमाशों को गिरफ्तार (Arrest) किया है. पकड़े गए लोगों से 27 हजार 900 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार बदमाशों ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब वीडियो देखकर नकली नोट बनाने का तरीका सीखा. इस गिरोह के लोग पहले भी जेल (Jail) जा चुके हैं. पुलिस इनसे पूछताछ कर नकली नोट छापने के पूरे नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है.

इस गिरोह की खोज-खबर जुटा रही थी पुलिस

भगवानपुर थाना क्षेत्र में नकली नोट बनाने के मामले पहले भी पकड़े जा चुके हैं. पुलिस को पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि भगवानपुर थाना क्षेत्र में नकली नोट बनाने वाला गिरोह सक्रिय है. इसको लेकर पुलिस विशेष तौर पर खोज-खबर जुटा रही थी. रविवार को पुलिस ने नकली नोट छापकर बाजार में खपाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. पकड़े गए गिरोह के सदस्यों के पास से स्कैनर, कलर प्रिंटर, पेपर कटर सहित 27 हजार 900 नकली करेंसी बरामद हुई है. जिसमें 100 रुपये के 150 नकली नोट और 50 रुपये के 258 नकली नोट मिले हैं.

पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है संजयपुलिस के अनुसार आरोपी यूट्यूब देखकर नकली नोट बनाने का तरीका सीखते थे. उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ही नकली नोट छापना शुरू कर दिया. पुलिस के अनुसार आरोपी सजंय नकली नोट बनाने के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है. पकड़े गए जय, रमेश, अमरीश भगवानपुर और सहारनपुर के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे

सीओ मंगलौर पंकज गैरोला के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे हरिद्वार और सहारनपुर जिले में अब तक करीब 4 लाख के नकली नोट चला चुके हैं. पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है. गिरोह के अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है.

गरीब मजदूरों को थमाए जाते थे नकली नोट

पकड़े गए आरोपी गरीब मजदूर और अशिक्षित लोगों को ये नोट देते थे ताकि वे इसे पहचान न सकें. पुलिस के मुताबिक 50 और 100 रुपये के नकली नोट हूबहू असली जैसे ही लगते हैं. इसीलिए लोग नकली नोट को असली समझकर लेने की भूल कर बैठते हैं. पुलिस ने अब नकली नोट के कारोबारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.






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