मतदेय स्थलों के संशोधन, परिवर्तन, पुर्ननिर्धारण को लेकर हुई बैठक
चमोली। मतदेय स्थलों के संशोधन, परिवर्तन, पुर्ननिर्धारण को लेकर गुरूवार को अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी हेमंत वर्मा ने समस्त निर्वाचन, सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें मतदाताओं की सुविधा को लेकर मतदेय स्थलों के पुर्ननिर्धारण प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई।
अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 2 किमी से अधिक दूरी होने के कारण बद्रीनाथ विधानसभा में 01, थराली में 07 तथा कर्णप्रयाग में 03 सहित कुल 11 नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत तीन मतदेय स्थलों के कुछ अनुभागों को दूसरे मतदेय स्थलों में सम्मिलित करने का प्रस्ताव है। 10 मतदेय स्थलों के भवन जीर्णशीर्ण तथा क्षतिग्रस्त होने के कारण स्थल परिवर्तन किए जाने है और 17 मतदेय स्थलों के केवल नाम में संशोधन प्रस्तावित है। निर्वाचन आयोग के मानक के अनुरूप मतदेय स्थल-117 रा.प्रा.वि. गैरसैंण में मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक होने के कारण इस मतदेय स्थल के 108 मतदाताओं के वार्ड-5 को मतदेय स्थल संख्या-121 राइका गैरसैंण में सम्मिलित किया जाना प्रस्तावित है। जिस पर सभी राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों ने अपनी सहमति दी है। मतदेय स्थलों के संशोधित प्रस्तावों को आयोग को भेजा जाएगा।
प्रस्तावित नए मतदेय स्थलों में विधानसभा बद्रीनाथ में विशालखाल मतदेय स्थल से सरणाचाई को अलग करते हुए सरणाचाई को नया मतदेय स्थल बनाया जाएगा। थराली विधानसभा में मटई मतदेय स्थल से काण्डाग्वाड, सितेल से प्राणमति, भेंटी से भिरतोली, सिलोडी से कोठा, मानमती से खेता, बलाण से पिनाऊ तथा बेराधार से बमोटिया को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। कर्णप्रयाग विधानसभा में कण्डारीखोड से गोगना, कुशरानी तल्ली से कुशरानी मल्ली तथा दिवागाड़ से बाजाबज्यूणी को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। वही दो किमी से अधिक दूरी होने के कारण थराली विधानसभा में मतदेय स्थल गडसीर से बुडेरा के मतदताओं को झिंझोणी में सम्मिलित करना प्रस्तावित किया गया है। कर्णप्रयाग विधानसभा के अन्तर्गत मतदेय स्थल पज्याणा मल्ला से डोल्टू के मतदाताओं को अलग करते हुए मतदेय स्थल छिमटा में और मतदेय स्थल झूमाखेत के दशमियागांव के मतदाताओं को अलग करते हुए नजदीकी मतदेय स्थल कुशरानी तल्ली में सम्मिलित करना प्रस्तावित किया गया।
जिले में प्रस्तावित 11 नए मतदेय स्थल स्वीकृत होने के बाद जिले में 569 मतदेय स्थल होगें। जिसमें विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ से 207, थराली से 188 तथा कर्णप्रयाग में 174 से मतदेय स्थल शामिल होंगे।
अपर जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों को मतदेय स्थलों पर बीएलए की नियुक्ति कर इसकी सूची जिला निर्वाचन कार्यालय को भी उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि 01 जनवरी 2022 की अर्हता तिथि के आधार पर फोटोयुक्त विधानसभा निर्वाचक नामावली का 01 से 15 सिंतबर तक घर-घर जाकर विशेष पुनरीक्षण कार्य किया जा रहा है। ऐसे मतदाता जो 01 जनवरी,2022 को 18 वर्ष या उससे अधिक की आयु पूरी कर रहे हो, उनका विवरण प्रारूप-6 में भरवाकर उनका नाम मतदाता सूची में शामिल करने हेतु बीएलओ का सहयोग करें। विवाह, स्थानान्तरण या मृत मतदताओं के नाम सूची से हटाने के प्रारूप-7 तथा मतदाता कार्ड में नाम, पता, लिंग आदि संशोधन के लिए प्रारूप-8 भरा जाएगा।
इस अवसर पर भाजपा जिला मडंल अध्यक्ष विनोद कनवासी, जिला उपाध्यक्ष दीपक भट्ट, नगर अध्यक्ष संजय कुमार, कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष युद्ववीर सिंह वर्त्वाल, विरेन्द्र सिंह, जिला उपाध्क्ष अरविंद नेगी, आप पार्टी के संगठन मंत्री कुलदीप सिंह नेगी, सीपीआई के ज्ञानेन्द्र खतवाल, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बीएस रावत सहित सभी तहसीलों से समस्त निर्वाचन व सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।