गणतंत्र दिवस पर भारतीय मेहमान बनेंगे 5 मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपति!
जल्द ही विदेश मंत्री के साथ बैठक की उम्मीद
नई दिल्ली। भारत के गणतंत्र दिवस 2022 पर मुख्य अतिथि के रूप में 5 मध्य एशियाई (कजाकिस्तान, किर्गिज़ गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान) के राष्ट्रपतियों को आमंत्रित करने की संभावना है। इस क्षेत्र में चीन की घुसपैठ और अफगान थियेटर से कट्टरपंथ के खतरे के बीच अपनी यूरेशियन पहुंच का विस्तार करने के प्रयासों के तहत गणतंत्र दिवस समारोह के लिए पांच मध्य एशियाई नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। बता दें मध्य एशिया से, तत्कालीन कज़ाख राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजऱबायेव ने 2009 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया था।
इस क्षेत्र में चीन की घुसपैठ और अफगान थियेटर से कट्टरपंथ के खतरे के बीच अपनी यूरेशियन पहुंच का विस्तार करने के प्रयासों के तहत गणतंत्र दिवस समारोह के लिए पांच मध्य एशियाई नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पता चला है कि सभी पक्ष कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के पांच नेताओं की प्रस्तावित यात्रा के विवरण पर काम कर रहे हैं। विकास साझेदारी के अलावा, निवेश, सुरक्षा साझेदारी और ईरान के चाबहार बंदरगाह के माध्यम से मध्य एशिया तक कनेक्टिविटी, जिसे अक्सर भारत का विस्तारित पड़ोस माना जाता है, यात्रा के दौरान एजेंडा में होने की उम्मीद है।
इससे पहले 18-19 दिसंबर को भारत और मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक होगी, जैसा कि इस सप्ताह की शुरुआत में बताया था।शुरुआती दिनों के दौरान भारत में भव्य गणतंत्र दिवस परेड के लिए एक निश्चित स्थान नहीं था। गणतंत्र परेड लाल किले, रामलीला मैदान, किंग्सवे और इरविन स्टेडियम जैसे विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती थी। 1955 में परेड स्थल तय किया गया और इसे राजपथ पर आयोजित किया जाने लगा।जो परंपरा भारत में वर्षों से जारी है वह गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि की उपस्थिति रही है। भारत ने अभी तक कई पड़ोसी देशों और राष्ट्रों से राजनीतिक नेताओं को परेड के लिए आमंत्रित किया है।
बता दें पिछले साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियास बोलसोनारो शुक्रवार को चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए थे। राष्ट्रपति के रूप में बोलसोनारो की यह पहली भारत यात्रा है। वह आठ मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों और एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली पहुंचे थे। इस दौरान भारत और ब्राजील के 15 समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। 1996 और 2004 में भी ब्राजील के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बन चुके हैं। वहीं, 2016 में ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमेर गोवा में आयोजित 8वीं ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में शिरकत करने भारत आए थे।