उत्तराखंड

ऋषिकेश: आखिरकार 7 महीने बाद गंगा में शुरू हो गई रिवर राफ्टिंग

राफ्टिंग व्यवसाई सुनील कंडवाल का कहना है कि शासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। एक क्राफ्ट में 4 पर्यटकों को एक गाइड और एक हेल्पर के साथ भेजा जा रहा है।

ऋषिकेश। शासन द्वारा अनुमति मिलने पर आखिरकार 7 महीने बाद एक बार फिर से गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण और मानसून सीजन के चलते ऋषिकेश के राफ्टिंग जोन पर्यटकों के लिए बंद हो गए थे। शासन द्वारा नई गाइडलाइन जारी करने के बाद एडवेंचर स्पोर्ट पर लगी रोक को हटा लिया गया है। एडवेंचर स्पोर्ट कहे जाने वाले ऋषिकेश में हालांकि, अभी कम संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। लेकिन धीरे-धीरे पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद व्यवसायियों में बनी हुई है।

नवरात्रा और छुट्टियों के सीजन में पर्यटकों का ऋषिकेश आना एक बार फिर से रिवर राफ्टिंग को संजीवनी देगा। राफ्टिंग रोटेशन समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट का कहना है कि शासन द्वारा अनुमति मिलने के बाद गंगा में रिवर राफ्टिंग शुरू कर दी गई है। हालांकि, गाइडलाइन जारी होने के बाद आज से प्रॉपर वे में पर्यटकों को राफ्टिंग की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।

इससे व्यवसाय से जुड़े लोगों ने एक बार फिर बुरे दौर से निकलकर मजबूती के साथ पर्यटकों को अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या बढ़ती जाएगी, जिससे निराशा का दौर खत्म हो जाएगा।

राफ्टिंग व्यवसाई सुनील कंडवाल का कहना है कि शासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन में एक क्राफ्ट में 4 पर्यटकों को एक गाइड और एक हेल्पर के साथ भेजा जा रहा है। साथ ही गाइडलाइन के अनुसार रात में 6 फ़ुट की दूरी का नियम है जिसका पालन किया जा रहा है। अब राफ्टिंग के शौकीन धीरे- धीरे ऋषिकेश पहुंचने लगे हैं।

पर्यटक पूजा डंगवाल ने पहली राफ्टिंग का लुफ्त लिया है। उनका कहना है कि गंगा में लहरों का रोमांच एक अलग ही अनुभव देता है, जो किसी एडवेंचर टूरिज्म में नहीं मिल पाता है। आज पहली बार किया है। अब हर बार आकर यहां राफ्टिंग करने का मन करेगा।

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