उत्तराखंडः गांवों के रास्ते, पेयजल स्रोत बर्बाद हो गए ऑल वेदर रोड से
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी सड़क चौड़ीकरण कार्य में मानकों की अनदेखी कर रही है।
टिहरी। ऑल वेदर प्रोजेक्ट के तहत एनएच-94 पर सड़क चौड़ीकरण के चलते गांवों को जाने वाले रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो कई जगह स्थिति इतनी खराब हो गई है कि रास्तों का नामो निशान तक नहीं बचा है। इसकी वजह से ग्रामीणों को खासी परेशानी हो रही है लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रही। ऋषिकेश-गंगोत्री एनएच 94 पर नरेन्द्रनगर से चंबा के बीच खाड़ी और नागणी के पास कई जगहों पर गांव को जोड़ने वाले रास्ते सड़क चौड़ीकरण के चलते क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे ग्रामीण पगडंडियों के सहारे मुख्य सड़क तक आने को मजबूर है। ज़िला प्रशासन इस बारे में स्पष्ट रूप से कुछ कहने को तैयार नहीं है।
खाड़ी में ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत सड़क का चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। लगातार पहाड़ी के कटान से मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं जिससे एनएच-94 बार-बार बाधित हो रहा है। पहाड़ी कटान से गांव जाने वाले रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं और जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में खासी परेशानी हो रही है। ग्रामीण पगडंडियों के सहारे अपने गांव तक पहुंच रहे हैं। इस रास्तों में गिरकर कई बार लोग घायल भी हुए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के चलते न सिर्फ़ रास्ते टूटे हैं बल्कि उनके पानी के प्राकृतिक स्त्रोत नष्ट हो गए हैं। सबसे अधिक परेशान स्कूली बच्चे और बुजुर्ग हैं। सड़क निर्माण का काम भारत कंस्ट्रक्शंस नाम की कंपनी कह रही है। उसके अधिकारियों को कई बार गांव तक जाने वाले पैदल रास्ते को सही करने के लिए आग्रह किया गया है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
नागणी के पास पेयजल लाइन निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई है और इससे आसपास के गांवों में पेयजल संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने भारत कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों से इसे ठीक करवाने को कहा तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। कंपनी का कहना है कि यह काम जल संस्थान का है और संस्थान को इसके लिए पैसा दे दिया गया है।
स्थानीय निवासियों का यह भी आरोप है कि भारत कंस्ट्रक्शन सड़क चौड़ीकरण कार्य में मानकों की अनदेखी कर रही है। बेतरतीब तरीके से पहाड़ी कटान से लगातार खतरा बना हुआ है। इस बारे में सवाल पूछे जाने पर टिहरी के ज़िलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल कहते हैं कि ग्राम सभाओं से ऑल वेदर प्रोजेक्ट के तहत क्षतिग्रस्त हो रही पेयजल लाइन रास्तों के लिए एस्टीमेट मांगा जा रहा है। संबंधित विभाग को इसे जल्द ठीक कराने के लिए भी कहा गया है।