पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता जसवंत सिंह का 82 साल की उम्र में निधन
बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षा मंत्री रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह का निधन हो गया है। जसवंत सिंह पिछले 6 साल से काफी बीमार थे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षा मंत्री रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसवंत सिंह के निधन पर ट्वीट करते हुए कहा, जसवंत सिंह जी ने हमारे देश की सेवा पूरी मेहनत से की, पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान। अटल जी की सरकार के दौरान, उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और विदेश मामलों में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।’
पीएम मोदी ने कहा, जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मैं हमेशा उनके साथ हुई बातचीत को याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। शांति। जसवंत सिंह के निधन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं में देश की सेवा की। उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “स्वर्गीय जसवंत सिंह जी लोकप्रिय जननेता और कुशल प्रशासक थे। वे केन्द्रीय वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री व विदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे।ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करे।”
2014 में सिर पर चोट लगने के बाद से थे अस्पताल में
बता दें कि 7 अगस्त 2014 को जसवंत सिंह बाथरूम में गिर गए थे और उस दौरान उनके सिर पर गंभीर चोट आ गई थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली में सेना के अनुसंधान और रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से वह कोमा की स्थिति में थे।