उत्तराखंड

UK Glacier Tragedy Live: चमोली पहुंचे CM रावत, बोले-बाढ़ की संभावना कम, सुरंगों में फंसे मजदूरों को बचाने पर ध्यान

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हरिद्वार. उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिले के नीति घाटी में बड़ा हादसा हो गया है. यहां ग्लेशियर टूटने से आसपास के इलाके में तबाही का आलम हो गया है. कई लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है. हादसे के बाद हरिद्वार जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. हरिद्वार डीएम ने गंगा घाटों को खाली कराने के आदेश दे दिए हैं. गंगा किनारे बसे लोगों को सरकारी भवनों में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. ग्लेशियर टूटने के बाद अलकनंदा नंदी तेज उफान पर बह रही है. इसके बाद मैदानी क्षेत्रों में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इसको लेकर लोगों को सतर्क रहने कहा गया है.

इधर दूसरी ओर ऋषिकेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. यहां नदियों में रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी गई है. आशंका जताई जा रही है कि आगामी 15 घंटों में टूटे ग्लेशियर का पानी ऋषिकेश पहुंच जाएगा. इससे होने वाले नुकसान से लोगों को बचाने के इंतजाम प्रशासन ने शुरू कर दिए हैं. नीचले इलाके के लोगों को अलर्ट कर वहां से शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. प्रशासन का दावा है कि उनकी टीम कोशिश कर रही है कि इससे कम से कम नुकसान हो.

कई लोगों के बहने की आशंका
चमोली के जोशीमठ (Joshimath) से 24 किलोमीटर पैंग गांव (Pang Village) से ऊपर रविवार बहुत बड़ा ग्लेशियर फट गया (Glacier Burst) , जिसके कारण धोली नदी में अचानक बाढ़ आ गई. ग्लेशियर की बाढ़ की वजह से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. साथ ही कुछ झूला पुल भी इसकी चपेट में आए हैं. इसके अतिरिक्त एनटीपीसी निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाढ़ जल विद्युत परियोजना के डैम साइड बराज साइट को भी नुकसान होने की सूचना मिल रही है. प्रशासन ने अलकनंदा नदी और धौली नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है, उन्हें वहां से हटने के लिए कहा जा रहा है.



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