उत्तराखंड

उत्तराखंड। गाँव में सड़क न होने से कंधे पर उठाकर पहुंचाया बुजुर्ग को अस्पताल

गोपेश्वर। एक तरफ जहाँ चुनावी दल और सरकार उत्तराखंड के गाँव गाँव में विकास की बात करती नजर आती है वही दूसरी तरफ प्रदेश के ये गाँव असुविधाओ में जीने के लिए विवश है। देखा जाए तो अब यह लगने लगा है की असुविधा पहाड़ की पीड़ा ही नहीं नियति भी बन गयी है। चमोली जिले की दशोली विकास खंड के निजमुला घाटी के दूरस्थ गांव इराणी में सड़क और स्वास्थ्य सुविधा न होने पर एक बीमार व्यक्ति को आठ किलोमीटर पैदल चलकर भारी बर्फबारी के बीच कुर्सी का स्ट्रैचर बना कर सड़क तक लाये। जहां से फिर वाहन के जरिये अस्पताल पहुंचाया।

खबर के मुताबिक गुरुवार को इराणी गांव के 64 वर्षीय आनन्द सिंह जिनकी बुधवार की रात्रि को अचानक तबीयत खराब हो गई। उनकी इस हालत को देख कर तड़के गांव को लोगों ने कुर्सी का स्ट्रैचर बनाकर उस पर बीमार आनन्द सिंह को बर्फबारी के बीच आठ किलोमीटर पैदल चल कर सड़क तक और अस्पताल पहुंचाया।

इराणी गांव के ग्रामीण मनबर सिंह, देव सिंह, बालप सिंह, मुकेश सिंह और चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि बुधवार देर रात को आनद सिंह 64 वर्ष की अचानक तबीयत खराब हुई, जिन्हें गुरुवार को सुबह ही बर्फबारी के बीच पैदल चलकर आठ किलोमीटर सड़क मार्ग तक लाया गया। जहां से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में सड़क नहीं होने की वजह से किसी बीमार को इस तरह अस्पताल ले जाना पड़ रहा है। ग्रामीण लगातार प्रशासन से सड़क की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांग बस कुछ दिन के मिले आश्वाशन के नीचे ही दब कर रह जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *