कोरोना के साये में उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज
कोरोना के साये में बुधवार को होने वाले विधानसभा के एक दिनी मानसून सत्र के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षित शारीरिक दूरी के मद्देनजर सभामंडप को पत्रकार, दर्शक व अधिकारी दीर्घा तक विस्तार देने के साथ ही एक कक्ष को भी इसका हिस्सा बनाया गया है। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत 16 विधायक सत्र से वर्चुअली जुड़ेंगे। ऐसा भी पहली बार होगा, जब कोरोना संक्रमण के चलते विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष सदन में मौजूद नहीं रहेंगे। इस बार सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। सरकार की ओर से नौ अध्यादेश विधेयक के रूप मेंऔर 10 नए विधेयक पेश किए जाएंगे। विधानसभा ने साफ किया है कि जिन विधायकों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव होगी, उन्हें ही सदन में प्रवेश दिया जाएगा।
राज्य में कोरोना के निरंतर बढ़ते मामलों का असर विधानसभा के मानसून सत्र पर भी देखा जा रहा है। हाल में दो मंत्रियों समेत 16 विधायक कोरोना संक्रमित हुए थे। इनमें से अधिकांश कोरोना को मात दे चुके हैं। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष प्रेमंचद अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश, उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा, राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत, विधायक पुष्कर सिंह धामी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए।जाहिर है कि कोरोना संक्रमित सदस्य सदन में मौजूद नहीं रहेंगे।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सत्र की अवधि एक दिन तय की गई है। हालांकि, मानसून सत्र के लिए सुरक्षित दूरी के मानकों के हिसाब से बैठने की सभामंडप में बैठने की व्यवस्था करने में दिक्कतें आ रही थी। वजह ये कि 70 निर्वाचित और एक मनोनीत विधायक के लिए सभामंडप में जगह कम पड़ रही थी। इसे देखते हुए पत्रकार, दर्शक व पत्रकार दीर्घा तक सभामंडप का विस्तार देने के साथ ही कक्ष संख्या 107 को भी वर्चुअल आधार पर इसका हिस्सा बनाया गया है। बताया गया कि सभामंडल में 30 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है, जबकि 11 की तीनों दीर्घाओं में और 30 विधायकों के लिए कक्ष संख्या 107 में बैठने की व्यवस्था होगी।