उत्तराखंड

Uttarakhand Flood: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, हिमखंड के टूटने से हुई चमोली की त्रासदी– News18 Hindi

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देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) ने वैज्ञानिकों के हवाले से एक बड़ा बयान दिया है. सीएम ने कहा कि जिन इलाकों में हिमस्खलन (Avalanche) हुआ है, वो इलाके हिमस्खलन संभावित क्षेत्र में नहीं थे. उन्होंने कहा कि यह आपदा लैंड स्लाइडिंग (Land sliding) के कारण भी हो सकती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी से लाखों पत्थरों के एक नीचे गिरने के कारण ग्लेशियर टूटा है, जिसके कारण यह आपदा खड़ी हुई है.

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लोगों से अपील की है कि आपदा के समय में इसको नकारात्मक रूप से प्रचारित ना किया जाए. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसरो के साइंटिस्ट से मीटिंग करने के बाद यह बयान दिया है. उत्तराखंड में चमोली जिले में स्थित ऋषिगंगा ग्लेशियर के टूटने से आई प्राकृतिक आपदा में 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 लोग की मौत हो चुकी है. प्राकृतिक आपदा के बाद उत्तराखंड में भारतीय सेना, एयरफोर्स, नेवी, आईटीबीपी (ITBP) और एनडीआरएफ के जांबाज जवान राहत और बचाव कार्ट में जुट गये हैं.

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उत्तराखंड में इतनी ठंड और बर्फबारी में ग्लेशियर कैसे टूटा गया इसको लेकर डीआरडीओ के वैज्ञानिक हैरान है. इसको लेकर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) जानकारी जुटाने में लगा है. इसरो (ISRO) से भी इसे लेकर जानकारी मांगी गई है. उत्तराखंड के चमोली में आए इस भीषण आपदा में अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि एक टनल में कई लोग फंसे हुए हैं.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के बाढ़ प्रभावित चमोली और आसपास के इलाकों में जारी राहत अभियानों के बीच सोमवार को कहा कि पूरी घटना की व्यापक जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके.



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