Uttarakhand Glacier Burst: चमोली में और ना आ जाए आफत, प्रशासन अलर्ट, बड़ा बचाव दल तैयार!– News18 Hindi
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नई दिल्ली. उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में आई आपदा के बाद से जहां रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. वहीं अब धौलीगंगा (Dhauli Ganga) और ऋषि गंगा (Rishi Ganga) में एक बार फिर से पानी की बढ़ोतरी होने से कुछ परेशानी होने की संभावना जताई जा रही हैं.
इस के चलते रेस्क्यू अभियान में जुटी एजेंसियों ने अपनी आगे की तैयारी भी कर ली हैं. एक बड़े बचाव दल को स्टैंडबाई मोड पर रखा गया है जो कि जरूरत पड़ने के साथ ही तुरंत रेस्क्यू स्पोर्ट पर रवाना कर दिया जाएगा.
धौलीगंगा और ऋषि गंगा में पानी का बहाव शुरू होने से आसपास के लोगों को चिंता सताने लगी है. रैणी गांव और दूसरे आसपास के गांवों में अभी भी दहशत का माहौल बना हुआ है. लेकिन बचाव मेें जुटी सभी सरकारी एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं. वह जहां पहले ही बचाव अभियान में जुटी हुई है वही नया दल भी स्टैंडबाई मोड पर रखा हुआ है.
रेस्क्यू ऑपरेशन काे स्टैंडबाई मोड़ में रखे दल में रखे हैं यह सभी
जानकारी के मुताबिक आइटीबीपी के 400 जवानों को मातली, महीडाण्डा, देहरादून में स्टैंडबाई रखा हुआ है जिनको जरूरत पड़ने पर तुरंत रेस्क्यू अभियान के लिए भेजा जा सके. इसके अलावा 220 जवान आर्मी और जोशीमठ पर 3 आर्मी चॉपर भी स्टैंडबाई हैं. इसके अतिरिक्त हेल्थ विभाग की 4 मेडिकल टीम व 5 एंबुलेंस और फायर विभाग के 39 फायरमैन भी प्रशासन की ओर से स्टैंडबाई रखे हुए हैं.
170 लापता लोगों का अभी पता नहीं चल सका
इस बीच देखा जाए तो देहरादून के राज्य आपातकालीन परीक्षण केंद्र की ओर से एक डिटेल भी जारी की गई है जिसमें आपदा आने से लापता 204 लोगों में से 34 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं जिनमें से 10 की शिनाख्त की जा चुकी है 24 अभी भी अज्ञात हैं. प्रशासन इन सभी का पता लगाने में जुटा हुआ है. वही 170 लापता लोगों का अभी पता नहीं चल सका है. वहीं, धौलीगंगा और ऋषि गंगा में पानी की बढ़ोतरी अब एक बार फिर से शुरू हो गई है.
प्रशासन का मानना है कि टनल में अभी भी 25 से 35 लोग फंसे हैं. प्रशासन इन सभी को निकालने की पुरजोर कोशिश में है. बताया जाता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक आईटीबीपी के 425 जवान, एसडीआरएफ के 100, एनडीआरएफ के 176, एसएसबी की एक टीम, आर्मी के 124 जिसमें नेवी के 16 व एयर फोर्स के दो हेलीकॉप्टर, 3 आर्मी मेडिकल टीम में दो मेडिकल टीम, दो एंबुलेंस, हेल्थ विभाग की चार मेडिकल टीम जिनमें एक रैणी गांव, तीन तपोवन और चार एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग की और 5 एंबुलेंस 108 की एंबुलेंस आदि सभी रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं. वहीं, 26 सिविल पुलिस कर्मी, 16 फायरमैन के अलावा राजस्व विभाग, पुलिस दूरसंचार और आईटीडीए के भी स्टाफ रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए हैं.
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