उत्तराखंड

Uttarakhand Weather: मार्च के पहले सप्ताह में ही चढ़ा पारा, टूट रहे है रिकॉर्ड

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में मार्च के पहले हफ्ते में ही लोगों के पसीने छूट रहे हैं. तस्वीर ये है कि फ़रवरी के आखिर से जो टेम्परेचर बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ था, वो मार्च की 4 तारीख़ तक बढ़ता ही जा रहा है.

देहरादून. उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में मार्च के पहले हफ्ते में ही लोगों के पसीने छूट रहे हैं. तस्वीर ये है कि फ़रवरी के आखिर से जो टेम्परेचर बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ था,  वो मार्च की 4 तारीख़ तक बढ़ता ही जा रहा है. सबसे पहले फरवरी के आखिर 2 दिन की बात करे तो 2 जिलों में साल 2006 का गर्मी का रिकॉर्ड ही टूट गया था. देहरादून और पंतनगर ऐसे जिले हैं, जहां 15 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा. मार्च के 4 तारीख को ही पारा 30 डिग्री होने का पूर्वानुमान है. जबकि पिथोरागढ़ के लिए 24.3 डिग्री तक रहने का पूर्वानुमान है. मार्च के महीने में जो गर्मी अमूमन देखने को मिलती है. वह इस बार प्रदेश में लोगों को फरवरी में ही देखने को मिली.

यहां तक कि इस बार गर्मी इस कदर पड़ रही है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर भी पिछ्ले 1 हफ्ते में बेअसर नज़र आया है. देहरादून और पंतनगर में इस बार अप्रैल और मई के महीने में तेज गर्मी पड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है. बता दें कि बारिश के मौसम में भी बीते साल उत्तराखंड में हालात बदले नजर आए थे.

15 साल का रिकॉर्ड टूटा
बीते सप्ताह  गुरुवार और शुक्रवार के दिन देहरादून और पंतनगर में पिछले 15 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा. इससे पहले 2006 में फ़रवरी के महीने में ही देहरादून में टेम्परेचर बढ़े थे. हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि फरवरी में टेंपरेचर ज्यादा होने लग जाते हैं और इस बार रिकॉर्ड टूटा है. मार्च के पहले हफ्ते को देखकर लग रहा है कि प्रदेश में गर्मी अच्छी हो सकती है.  मौसम का बदलाव लोगों के पसीने छुड़ाने लगे. ऐसे में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर भी प्रदेश में बेअसर ही दिखा है तो ऐसे में बदलते इस मौसम में आप भी सचेत जरूर रहें.






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