उत्तराखंड

बेडगांव में मारपीट के मामले में डीएम के जांच के आदेश

पौड़ी। कल्जीखाल ब्लाक के बेडगांव में एक परिवार के साथ मारपीट के मामले में पौड़ी के डीएम ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश दिए है। गुरुवार को डीएम दरबार में गांव का एक परिवार जहां अपनी आपबीती सुनाने पहुंचा था वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीण यहां भी आए थे । डीएम डा. विजय कुमार जोगदंडे ने एक-एक कर दोनों पक्षों को सुना। डीएम ने कहा कि इस मामले में जांच करवाई जाएगी और जरूरत पड़ी तो रेगुलर पुलिस को भी मामला सौंपा जाएगा।

कल्जीखाल ब्लाक के बेडगांव निवासी प्रेम प्रकाश ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट की।बाद में घर में घुसे वहां तोड़ फोड की। प्रेम प्रकाश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ डीएम कार्यालय पहुंचे थे और प्रेम प्रकाश और उनकी पत्नी के सिर पर पट्टी भी बंधी हुई थी। कहा कि वह तब से डरे सहमे हैं। आरोप यह भी कि उनकी बेटी के साथ भी छेड़छाड़ हुई थी जो मामला अभी चल रहा है उसे दबाने को लेकर भी दबाव बनाया जा रहा है। प्रेम प्रकाश ने कहा कि उसके परिवार को खतरा है और उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई जाए। वहीं दूसरा पक्ष भी डीएम कार्यालय पहुंचा और आरोपों को बेबुनियाद बताया। जिसमें ग्राम प्रधान प्रमोद रावत और अन्य ग्रामीण शामिल थे।

डीएम ने कहा कि क्योंकि दोनों ही पक्ष आमने-सामने हैं और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है , लिहाजा नायब तहसीलदार को जांच सौंपते हुए आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम डा. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया है कि गांव के प्रेम प्रकाश और उसके परिवार के साथ मारपीट की बात समाने आ रही है। परिवार ने आरोप गांव के कुछ लोगों पर लगाएं है। जिसमें ग्राम प्रधान सहित अन्य ग्रामीण भी शामिल है। जबकि दूसरे पक्ष की ओर से भी शिकायत की जा रही है कि परिवार ने गांव में अशान्ति का महौल बनाया हुआ है। ऐसे में इस मामले की जांच कर ही कोई कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। पीड़ितों का मेडिकल करवाया दिया गया है। दोनों पक्षों को अपनी शिकायत भी लिखित में देने के लिए कहा गया। डीएम ने घटना को लेकर दोनों पक्षों को सुना और इसके बाद एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।डीएम ने दोनों ही पक्षों से साफ कहा कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है तब तक दोनों ही पक्ष किसी तरह का कोई भी विवाद नहीं करेंगे।

यदि जांच पूरी होने तक किसी भी पक्ष द्वारा विवाद करना संज्ञान में आता है तो फिर अलग से इस मामले में कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके बाद ही दोनों पक्ष डीएम कार्यालय से बाहर आए। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी शिकायत डीएम को सौंप दी है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।

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