उत्तराखंड

बीआरओ बनाएगा उत्तराखंड में चीन सीमा पर 14 सड़कें, पांच हैलीपैड और दो सुरंग

देहरादून। भारत-चीन बॉर्डर पर अब पलक झपकते ही भारतीय सेना पहुंच जाएगी। बॉर्डर रोड ऑर्गनाईजेशन (बीआरओ) ने उत्तराखंड में चीन सीमा पर सामरिक महत्व की 14 नई सड़क, दो सुरंग ओर पांच हैलीपैड निर्माण का खाका तैयार किया है। संगठन ने उक्त प्रस्ताव उत्तराखंड के राज्यपाल के सामने साझा किया है। बीआरओ अधिकारियों ने राज्यपाल के सामने उत्तराखंड में प्रस्तावित परियोजनाओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। जिसमें नई सड़कें, सुरंग, हेलीपैड और मौजूदा हवाई पट्टियों का विस्तार शामिल है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 13707 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। राज्यपाल सिंह ने कार्ययोजना की सराहना करते हुए कहा कि वो इस बारे में राज्य और केन्द्र सरकार से बात करेंगे।

उन्होंने सचिव डॉ। रंजीत सिन्हा को संबंधित सचिवों से तय समय सीमा के भीतर सुझाव लेने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि वो जल्द ही मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ इस विषय पर बैठक करेंगे। सिंह ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए बीआरओ को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। इससे पहले राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने बीआरओ के मल्टी डाइमेंशनल एक्सपेडिशन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मल्टी डाइमेंशनल एक्सपेडिशन के तहत संगठन की टीमें पंगारचूला चोटी का आरोहण, गंगा में रिवर राफ्टिंग। रुड़की से दिल्ली तक दौड़, देहरादून-चण्डीगढ़-नई दिल्ली साइकिल यात्रा करेगी। इस अभियान में उत्तराखंड के युवाओं को भी शामिल किया जाएगा। इस अवसर पर बीआरओ के ब्रिगेडियर राजीव श्रीवास्तव, कर्नल सोमेंद्र चौधरी, कर्नल मनीष कपिल, कर्नल जयंत वानरे, लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेश कुमार के साथ ही डॉ.संजीव कुमार, रविशंकर सिंह प्रमुख रूप से शामिल हुए।

नई सड़कें
उत्तरकाशी जंगला पुल से झाला – 17.3 किमी, 207 करोड़
उत्तरकाशी- तिलवाड़ा- गोपेश्वर – 286 किमी, 3146 करोड़
कालीमठ से केदारनाथ – 20 किमी, 240 करोड़
चोपता से तुंगनाथ – 10 किमी, 120 करोड़
गोपेश्वर से रुद्रनाथ – 35 किमी, 420 करोड़
कांचुलीखर्क से कार्तिकस्वामी – 10 किमी, 120 करोड़
रुद्रप्रयाग – नागनाथ पोखरी – 55 किमी, 605 करोड
गोविंदघाट से घांघरिया – 25 किमी, 300 करोड़
जोशीमठ से औली – 10.9 किमी, 152 करोड़
ग्वालदम से तपोवन – 80 किमी, 960 करोड़
बारी- पनाली से नामिक – 55 किमी, 660 करोड़
अल्मोड़ा से बागेश्वर – 75 किमी, 833 करोड़
ओगला से बागेश्वर – 103 किमी, 1144 करोड़
घनसाली से घुत्तु – 31 किमी, 341 करोड़

सुरंग:
धुत्तु से गुप्तकाशी (प्रस्तावित लंबाई 10.80 किमी, कीमत 2160 करोड़)
बद्रीनाथ से घांघरिया (प्रस्तावित लंबाई 10.80 किमी, कीमत 2160 करोड़)

हैलीपैड:
घांघरिया, मुनस्यारी, ज्योलिकांग, गुंजी और कालापानी
कुल लागत – 77.50 करोड़

हवाई पट्टी का विस्तार:
गौचर हवाई पट्टी (प्रस्तावित लंबाई 1.6 किमी, कीमत 60 करोड़)
पिथौरागढ़ (प्रस्तावित लंबाई 1.6 किमी, कीमत 60 करोड़)

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