उत्तराखंड

प्रदेश में प्रशिक्षण एवं अध्ययन भ्रमण पर आए जम्मू-कश्मीर के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का CM ने किया स्वागत

ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में प्रशिक्षण एवं अध्ययन भ्रमण पर आए जम्मू-कश्मीर के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का उत्तराखंड में स्वागत किया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और उत्तराखंड में अतिथि देवो भव: की परंपरा है. उन्होंने कहा कि राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों की कार्यप्रणाली का अध्ययन कर पंचायत प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में विकास की दिशा तय करने के साथ ही लोकतंत्र की मजबूती के लिए कार्य करेंगे.

शनिवार को सुभाष रोड स्थित एक होटल में जम्मू-कश्मीर से उत्तराखंड के प्रशिक्षण एवं अध्ययन भ्रमण पर आए निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया. साथ ही सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के अध्ययन भ्रमण कार्यक्रम एक दूसरे राज्य की संस्कृति से भी परिचित कराने में मददगार होते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भाषा-बोली अलग हो सकती है, लेकिन हमारी संस्कृति एक है. हमारे देश की सांस्कृतिक एकता ही हमारे समृद्ध लोकतंत्र की पहचान भी है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पंचायतों में जन प्रतिनिधियों को प्रतिनिधित्व का मौका दिया गया है. पंचायतों को मजबूत कर वह जम्मू-कश्मीर को स्वस्थ लोकतंत्र की ओर ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अपने कार्य व्यवहार से आने वाले लोगों को राह दिखाने के साथ ही प्रेरणादायी भी बनना होगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पंचायत प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया.

अध्ययन प्रशिक्षण में उधमपुर के वीडियो कुलदीप शर्मा, ओम प्रकाश खोखर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अभी त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के बजाय एक स्तरीय व्यवस्था ही है. उत्तराखंड के अध्ययन से उन्हें निश्चित रूप से गांव से लेकर जिले तक त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी. समन्वयक एजाज अहमद, ग्रम प्रधान कठुआ पिंकी देवी आदि ने इस प्रशिक्षण अध्ययन कार्यक्रम को बहुत ही उपयोगी बताया है. उन्होंने उन्हें दिए गए सम्मान के लिए राज्य सरकार का आभार भी व्यक्त किया.

निदेशक पंचायती राज हरिचंद्र सेमवाल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर राज्य से 160 पंचायत प्रतिनिधियों के चार दल का राज्य की चयनित पंचायतों एवं विभिन्न स्थलों में अध्ययन भ्रमण माह दिसंबर 2020 एवं जनवरी 2021 में प्रस्तावित किया गया था. जिसके क्रम में प्रथम दल दिनांक 13 से 19 दिसंबर 2020, द्वितीय दल दिनांक 21 से 28 दिसंबर 2020 एवं तृतीय दल दिनांक 28 दिसंबर 2020 से 3 जनवरी 2021 में राज्य दिनांक 4 से 10 जनवरी 2021 में प्रस्तावित किया गया था.

लेकिन उक्त अवधि में जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के कारण उक्त दल का भ्रमण कार्यक्रम की तिथि परिवर्तित करने पड़ी. अंततः चतुर्थ दल दिनांक 18 जनवरी 2021 को उत्तराखंड पहुंचा. उन्होंने कहा कि पंचायतों के स्तर पर संपादित होने वाले कार्यों, विषयों से प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किए जाने के साथ ही उन्हें विभिन्न पंचायतों का स्थलीय भ्रमण भी कराया गया.

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