उत्तराखंड में संगीन अपराधों को अंजाम दे चुके, इन कुख्यात अपराधियों को टॉप 5 से लेकर टॉप 20 तक नए सिरे से सूचीबद्ध किया जा रहा है. ताकि 5 हजार रुपए वाले इनामी बदमाशों को 20 हजार और 20 हजार इनामी अपराधी को 50 या एक लाख इनाम तक घोषित कर प्रभावी शिकंजा कसा जा सकें. हालांकि इस मामले में शासन स्तर पर अनुमति मिलने के बाद ही पुलिस मुख्यालय आदेश जारी करेगा.
बता दें कि हरिद्वार जिले के सबसे अधिक 72 इनामी अपराधी हैं. जबकि देहरादून में 35 और नैनीताल में 19 इनामी अपराधी है. हालांकि राज्य में उत्तरकाशी मात्रा ऐसा जिला है, जहां कोई अपराधी इनामी नहीं है.
इनामी अपराधियों की धरपकड़ महत्वपूर्ण कार्य: डीजीपी
उत्तराखंड राज्य में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के कई कुख्यात बदमाश लंबे समय से फरार चल रहे हैं. राज्य के चमोली जनपद में एक बड़े हत्याकांड को अंजाम देकर एक लाख का ईनामी अपराधी सुरेश पिछले 20 सालों से पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा है. वहीं, सलमान, शाहरुख, सैफ अली और संतोष जैसे इनामी अपराधी भी वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार चल रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के सख्त निर्देश के बाद स्पेशल टास्क फोर्स को हर वर्ष 50 वांटेड इनामी अपराधियों को पकड़ने का टास्क दिया गया है.
इसी क्रम में इन दिनों STF अचानक सक्रिय होकर एक के बाद एक इनामी अपराधियों को गिरफ्तार करने में जुटी है. प्रदेश के इनामी वांटेड कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि शांति और कानून व्यवस्था बहाल रखने के लिए अब युद्ध स्तर पर वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला चलाया जा रहा हैं.
इनामी अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान: डीआईजी एसटीएफ
वहीं, इनामी अपराधियों की धरपकड़ अभियान को लेकर एसटीएफ डीआईजी निलेश आनंद भरणे ने कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स, एसओजी और जिला पुलिस सहित तमाम संबंधित तंत्र इस कार्य में पूरी ताकत के साथ जुटे हैं. इतना ही नहीं अनलॉक के बाद सक्रिय होने वाले अन्य छोटे बड़े गिरोह को भी चिन्हित कर सूचीबद्ध किया जा रहा है. टॉप 5 से लेकर टॉप 20 कुख्यात अपराधियों की इनामी राशि शासन स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद बढ़ाई जाएगी. ताकि पहले के मुकाबले अपराधियों पर शिकंजा तेजी से कसा जा सकें.