सचिव राधिका झा ने की प्रवेशोत्तम कार्यकम की सराहना
समीक्षा बैठक लेकर शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया जोर
साथ ही विद्यालय गोद लेने के भी दिए निर्देश
अंतिम शनिवार को बैठक लेने को कहा
देहरादून। सचिव विद्यालयी शिक्षा राधिका झा ने सचिवालय में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने सबसे पहले 1 से 15 सितम्बर तक मनाये गए प्रवेशोत्तम कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने राजकीय विद्यालयों में विभागीय प्रयासों से कराए गए बच्चों के प्रवेश पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस मौके पर अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस अवधि में कुल 125243 बच्चों का राजकीय विद्यालय में प्रवेश कराया गया है। साथ ही उनका जनपदवार विवरण भी दिया गया।
सचिव ने शिक्षा में गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए ताकि इन बच्चों का ठहराव स्कूल में बना रहे। कहा कि शैक्षिक सत्र के अंत तक सभी बच्चों के सभी विषयों के पाठ्यक्रम को पूर्ण कराए जाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। सचिव ने महानिदेशालय विद्यालयी शिक्षा के माध्यम से निदेशालय स्तरीय अधिकारियों के साथ ही मंडलीय अपर शिक्षा निदेशक, जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारियों-संस्थानों को विद्यालयों के निरीक्षण और अनुश्रवण किये जाने के लिए तत्काल कार्ययोजना बनाये जाने ज निर्देश दिये। बैठक में एससीईआरटी और डायट स्तर से ऑफलाइन शिक्षण अधिगम सामग्री वर्कशीट, वर्कबुक आदि को विषयवार, कक्षावार और पाठवार क्रमबद्ध ढंग से तैयार किये जाने ज निर्देश दिए गए।
गोद लेने के निर्देश दिए
सचिव ने बैठक में एससीईआरटी और डायट को निर्देश दिए कि वे अपने छेत्र के सबसे न्यून सम्प्राप्ति वाले 5 से 10 विद्यालयों को गोद ले और उन्हें बच्चों के सम्प्राप्ति स्तर में सुधार के लिए अकादमिक सहयोग प्रदान करें। साथ ही बच्चों के शैक्षिक सम्प्राप्ति स्तर का आंकलन कर इसे बच्चों के अभिभावकों के साथ साझा करने के भी निर्देश दिए।
शनिवार को हो बैठक
सचिव ने कहा कि प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को अभिभावकों, विद्यालय प्रबंधन समिति, विकास समिति, अध्यापक-अभिभावक समिति के सदस्यों के साथ बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाए। यदि शनिवार को अवकाश हो तो अंतिम कार्यदिवस को ये बैठक अवश्य रूप से हो। इस मौके पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा वंशीधर तिवारी, अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा मुकुल सती आदि उपस्थित थे।