उत्तराखंड

अगर नैनीताल में है मकान बनाने का सपना, तो जान लीजिए जमीन और फ्लैट्स के रेट

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पर्यटन स्थल होने के चलते नैनीताल में जमीन के रेट थोड़ा ऊंचे हैं.

पर्यटन स्थल होने के चलते नैनीताल में जमीन के रेट थोड़ा ऊंचे हैं.

Nainital Property Rates: उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शुमार नैनीताल में मकान बनाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि जमीनों के दाम उंचे हैं. अगर आप बने हुए फ्लैट्स चाहते हैं तो वो भी मिल सकते हैं. यहां रीसेल पर बिकने वाले फ्लैट्स भी मिलते हैं.

नैनीताल. नैनीताल जैसे खूबसूरत पर्यटन स्थल में हर कोई सपनों का घर बनाना चाहता है. नैनीताल उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शामिल है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता मन मोह लेती है. अगर आपका सपना भी यहां बसने का है तो फिर जमीनों के दाम भी जान लीजिए. नैनीताल में मकान बनाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि जमीनों के दाम उंचे हैं. अगर आप बने हुए फ्लैट्स चाहते हैं तो वो भी मिल सकते हैं. यहां रीसेल पर बिकने वाले फ्लैट्स स्थान के अनुरूप मिल सकते हैं.

नैनीताल में सरकारी सर्कल रेट 15 हजार रुपये वर्ग मीटर से 66 हजार वर्ग मीटर का है. मालरोड में तो सबसे ज्यादा 66 हजार रुपये वर्ग मीटर रेट है. मालरोड़ में जमीन की कमी है. हाईकोर्ट के पास और आयारपाटा जो सेफ जोन हैं. इन इलाकों में 3 हजार रुपये वर्ग फीट जमीन के रेट हैं.

नैनीताल में फ्लैट्स तो नहीं बल्कि यहां रिसेल पर बिकने वाले फ्लैट्स स्थान के अनुरूप मिल सकते हैं. आपको 40 लाख से 3 करोड़ तक के फ्लैट्स मिल सकते हैं. नैनीताल के स्थानीय दिग्विजय बिष्ट कहते हैं कि नैनीताल पर्यटन इंडस्ट्री के तौर पर अपनी पहचान रखता है जिसके चलते शहर और इसके आसपास जमीनों के दाम ज्यादा हैं.

नैनीताल की भार वहन करने की क्षमता 2011 से पहले ही खत्म हो गई जिसके चलते यहां नक्शे पास करने की भी दिक्कतें हैं. मकान बनाने के लिये कहीं जमीन नहीं है, बावजूद इसके अवैध रूप से घरों का निर्माण हो रहा है. हांलाकि सुप्रीम कोर्ट ने भी नैनीताल में 1995 के दौरान अजय रावत बनाम केन्द्र सरकार की याचिका में व्यवसायिक निर्माण पर रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर घर बनाने के लिये बिना पेड़ काटे घर की अनुमति दी जा सकती है.स्थानीय अधिवक्ता और शहर के लिये जागरुक राजीव बिष्ट कहते हैं कि प्राधिकरण के कठिन नियमों के चलते यहां मकान बनाने की प्रक्रिया को पूरा ही नहीं किया जा सकता है. सरकार को चाहिये कि कुछ ऐसे नियम लेकर आए कि लोगों को राहत मिले. घरों की उचाई को 30 फीट से बढ़ाकर 45 फीट तक करें जिससे शहर के हरित क्षेत्र को भी कायम रखा जा सके.

नैनीताल ही नहीं बल्कि नैनीताल के आसपास भी जमीनों के दाम ऊंचे हैं. भवाली भीमताल में 11 लाख से 20 लाख नाली तक जमीन के रेट हैं तो रामगढ़ मुक्तेश्वर में भी 15 से 25-30 लाख रुपये नाली जमीन के रेट हैं. पंगूट खुर्पाताल वाले इलाकों में पर्यटन गतिविधियां चलने के चलते यहां भी जमीनों के दाम उंचे हैं.






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