उत्तराखंड: स्मार्ट पुलिसिंग के लिए चाहिए स्मार्ट बजट
देहरादून। आज देहरादून के पुलिस मुख्यालय में दो दिवसीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन की शुरूआत हुई। जिसमें समस्त फील्ड अधिकारी, परिक्षेत्र प्रभारी, प्राधानाचार्य एटीसी, पीटीसी और पुलिस मुख्यालय के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुए। सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधू ने किया। पुलिस उपमहानिरीक्षक, सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विगत वर्षों में उत्तराखण्ड पुलिस की उपलब्धियों, ड्रग्स और साईबर क्राईम के सम्बन्ध में किये जा रहे Enforcement और Awareness कार्यों और पुलिस के शासन स्तर के मुद्दों, भविष्य की कार्ययोजना और उत्तराखण्ड पुलिस को कैसे आगे बढ़ाना है इससे मुख्य सचिव को बताया।
मुख्य सचिव जी ने कहा कि कम अपराध होने , सुरक्षित , शांतिप्रिय माहौल होने के कारण यहां पर उद्योगों, पर्यटन के अनुकूल माहौल बना है और उत्तराखंड पर्यटकों का फेवरेट डेस्टिनेशन बना हुआ है। ड्रग्स के विरूद्ध पुलिस, समाज कल्याण और स्वास्थ्य विभाग में समन्वय जरूरी है। इसके लिए इनकी संयुक्त रूप से त्रैमासिक मीटिंग की जाएगी। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने इन 20 वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है। स्मार्ट पुलिसिंग के माननीय प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप Moving Towards SMART Policing थीम पर उत्तराखण्ड पुलिस के ऑपरेशनल, प्रशासनिक और मार्डनाइजेशन के स्तर को बढ़ाने और उसे और अधिक स्मार्ट बनाने के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया है।
मुख्य सचिव के साथ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया
1. कार्मिक, प्रोवजिनिंग, आधुनिकीकरण, पुलिस कल्याण, कानून व्यवस्था, फायर, संचार, ड्रग्स, साइबर क्राइम आदि मुद्दों पर गहराई से मंथन किया गया।
2. एंटी ड्रग्स, नशा मुक्ति और पुनर्वास केन्द्रों के लिए पॉलिसी पर चर्चा की गयी।
3. पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण यथा केदारकांठा, चोपता में थाने/चौकियां खोले जाने पर चर्चा।
4. पुलिस आधुनिकीकरण के लिए बजट बढ़ाये जाने का अनुरोध किया गया।
5. पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण भत्ते देने का अनुरोध किया गया।
6. प्रदेश में पुलिस भवनों, थाना/चौकियों के भवनों के लिए बजट बढ़ाने का अनुरोध किया गया।
7. निष्क्रिय वाहनों के स्थान पर नए वाहनों स्वीकृत करने पर चर्चा की गयी।